समस्या समाधान विधि के सोपान Samasya samaadhaan vidhi ke sopaan
हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है, इस लेख समस्या समाधान विधि के सोपान (Samasya samaadhaan vidhi ke sopaan) में। दोस्तों यहाँ पर आप समस्या समाधान विधि pdf के साथ समस्या समाधान विधि क्या है?
समस्या समाधान विधि के जनक, प्रमुख समस्या समाधान विधियाँ, समस्या समाधान विधि के चरण, समस्या समाधान विधि का महत्व जानेंगे तो आइये शुरू करते है, यह लेख समस्या समाधान विधि के सोपान :-
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समस्या समाधान विधि क्या है What is Problem Solving Method
दैनिक जीवन में उत्पन्न शैक्षिक समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न प्रकार के अनुसंधान किए जाते हैं, उनका सहारा लिया जाता है और उस कारण खोज की जाती है, कि शिक्षा में कौन सी समस्याएं आ रही हैं और उनका निदान किस प्रकार से किया जा सके अर्थात शैक्षिक अनुसंधान के क्षेत्र में यह पता लगाना की कौन सी विधियों के फलस्वरुप जो शैक्षिक व्यवधान उत्पन्न हो रहे हैं, उनका समाधान किया जा सके, उनको समस्या समाधान विधि के नाम से जाना जाता है।
स्किनर के अनुसार समस्या समाधान किसी लक्ष्य की प्राप्ति में बाधा डालती प्रतीत समस्या कठिनाइयों पर विजय पाने की प्रक्रिया मानी जाती है।
समस्या समाधान विधि के जनक Father of Samasya samaadhaan vidhi
समस्या समाधान विधि के जनक जॉर्ज पोल्या है, इसलिए जॉर्ज पोल्या मनोविज्ञान में समस्या समाधान पद्धति के जनक हैं। उनका जन्म ऑस्ट्रिया-हंगरी के बुडापेस्ट में अन्ना ड्यूश और जकाब पोल्या के घर हुआ था, जो हंगेरियन यहूदी थे।
उन्हें नए समस्या समाधान के जनक के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने बहुत सारे अध्ययन किए और सबसे अधिक गणित की समस्या समाधान के बारे में कई गणितीय शोधपत्र और 3 किताबें भी लिखीं इस प्रकार समस्या समाधान विधि के जनक के रूप मे जॉर्ज पोल्या सबसे अधिक माने जाते है।
प्रमुख समस्या समाधान विधियाँ Main Problem Solving Methods
- प्रयास एवं त्रुटि विधि :- यह विधि थार्नडाइक महोदय ने दी थी और इसका प्रयोग निम्न और उच्च कोटि के प्राणियों के द्वारा किया जाता है। थार्नडाइक महोदय ने बिल्ली पर इसका प्रयोग किया था और बिल्ली ने अनेक गलतियाँ करने के पश्चात अंत में पिंजरे से बाहर निकलने में सक्षम हो गई थी, जिसका अर्थ निकलता है, कि प्रयास करने के पश्चात गलतियां होती हैं, किंतु लगातार प्रयास करने के अंत में एक बार सफलता अवश्य मिल जाती है।
- अनसीखी विधि :- इस विधि का प्रयोग भी निम्न कोटि के प्राणियों के द्वारा किया जाता है। यह विधि मधुमक्खियां की भोजन की इच्छा, फूलों का रस चूसने से और खतरे से बचने की इच्छा, शत्रु को डंक मारने से पूरी हो जाती है।
- अंतर्दृष्टि विधि:- इस विधि के प्रणेता कोहलर महोदय हैं,जिन्होंने वनमानुषों पर इसका प्रयोग किया था तथा यह ज्ञात हुआ की अंतर्दृष्टि के द्वारा भी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
- वैज्ञानिक विधि :- आज का प्रगतिशील मानव अपनी समस्या का समाधान करने के लिए वैज्ञानिक विधि का प्रयोग करता है, जिसके अंतर्गत 6 सोपान आते हैं:-
- समस्या को समझना
- जानकारी का संग्रह
- संभावित समाधानो का निर्माण
- संभावित समाधानों का मूल्यांकन
- संभावित समाधानों का परीक्षण
- निष्कर्ष का निर्माण
समाधानों का प्रयोग अंत में होता है।
बालक एक समस्या समाधान करता Child solves a problem
विद्यालय जीवन में बच्चों के समक्ष कई प्रकार की समस्याऐं उत्पन्न होती हैं, जिनका समाधान भी उन बच्चो को ही ढूंढना पड़ता है, इसीलिए बच्चों के व्यक्तिगत विकास पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, उनका विकास इस प्रकार से किया जाना चाहिए, कि वह अपने छात्र जीवन में आने वाली सभी समस्याओं को समझ पाएं और उनका समाधान निकाल पाए,
इसीलिए बच्चों में आत्म पहचान का गुण विकसित करना, अपनी कमी को स्वीकारना और उसको दूर करना, बच्चों को स्वावलंबी बनने के लिए प्रोत्साहित करना, बच्चों में भाषा का विकास करना और बच्चों का बार-बार किसी भी अभ्यास के प्रति प्रयास करना उसको छात्र जीवन की समस्याओं को समाधान के लिए योग्य बनाता है।
समस्या समाधान विधि के चरण / सोपान Steps in Problem Solving Method
एंडरसन महोदय के अनुसार क्रियात्मक अनुसंधान की प्रणाली में अर्थात समस्या समाधान की प्रणाली में निम्न प्रकार के सोपान का उपयोग किया गया है:-
- समस्या का ज्ञान:- समस्या समाधान विधि का प्रथम सोपान होता है 'समस्या का ज्ञान ' अर्थात विद्यालय में जो भी समस्या आती हैं, उनको भली-भांति समझना यह तभी संभव हो पाता है, जब विद्यालय के शिक्षक प्राचार्य उस संबंध में अपने विचार व्यक्त करते हो।
- कार्य के लिए प्रस्ताव पर विचार विमर्श :- समस्या को भलीभांति समझने के पश्चात उसका ज्ञान होने के पश्चात दूसरा सोपान आता है, जो होता है कार्य के लिए प्रस्ताव पर विचार विमर्श करना अर्थात समस्या का समाधान करने के लिए कौन-कौन से कार्य किये जा सकते हैं। शिक्षक प्रचार के साथ ही इस संबंध में प्रस्ताव और सुझाव विद्यार्थी भी दे सकते हैं, इसके बाद अपने विश्वास सामाजिक मूल्य और विद्यालयों के उद्देश्य आदि को ध्यान में रखकर विचार विमर्श होता है।
- योजना का चयन:- समस्या समाधान विधि का तीसरा सोपान योजना का चयन होता है, क्योंकि विचार विमर्श करने के फलस्वरुप समस्या के समाधान के लिए एक विशेष योजना बनाई जाती है, उसका निर्माण किया जाता है और उसके आधार पर समस्या का समाधान किया जाता है।
- तथ्य संग्रह करने की विधियों का निर्माण:- इस सोपान के अंतर्गत योजना को कार्यान्वित करने के लिए तथ्यों और प्रमाण का संग्रह किया जाता है और इन विधियों की सहायता से जो तथ्य संग्रहित किए जाते हैं, उनसे अनुमान लगा लिया जाता है, कि योजना पर क्या प्रभाव पड़ रहा है।
- योजना का कार्यान्वयन :- निश्चित की गई योजनाओं का कार्यान्वयन करना और उसकी सफलता असफलता के संबंध में प्रमाण तथा तथ्यों का संकलन करना, योजना से संबंधित सभी व्यक्ति चौथे सोपान में निश्चित की गई विधियों की सहायता से तथ्यों का संग्रह करते हैं।
- तथ्यों पर आधारित निष्कर्ष :- समस्या समाधान विधि का यह छठवा सोपान होता है, जो योजना की समाप्ति के बाद संग्रह किये हुए तथ्यों या प्रमाण से निष्कर्ष निकालने के आधार पर आधारित होता है।
- दूसरों को परिणाम की सूचना:- यह समस्या समाधान विधि का आखिरी सोपान होता है, जिसमें दूसरे व्यक्तियों को योजना के परिणामों की सूचना दी जाती है।
समस्या समाधान विधि का महत्व Importance of problem solving method
- छात्रों की शिक्षा व्यवस्था में समस्या समाधान विधि एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसके कुछ लाभ यहां पर बताए गए हैं :-
- समस्या समाधान विधि छात्रों की रुचि को जागृत करने के लिए महत्वपूर्ण होती है।
- इस विधि के फलस्वरुप बालकों में समस्याओं का समाधान करने के लिए वैज्ञानिक अनुभव उत्पन्न होते हैं।
- समस्या समाधान विधि के फलस्वरुप बच्चे स्वयं कार्य करने का आत्मविश्वास उत्पन्न कर लेते हैं।
- यह उनके विचारात्मक और और सृजनात्मक चिंतन तार्किक चिंतन आदि शक्ति का विकास करती हैं।
- समस्या समाधान विधि के द्वारा छात्र तथा छात्रों को भावी जीवन की समस्याओं का समाधान करने का प्रशिक्षण प्राप्त हो जाता है।
दोस्तों यहाँ पर आपने समस्या समाधान विधि के सोपान (Samasya samaadhaan vidhi ke sopaan) समस्या समाधान विधि क्या है? समस्या समाधान विधि के चरण आदि कई महत्वपूर्ण तथ्य पढ़े, आशा करता हुँ, आपको यह लेख अच्छा लगा होगा।
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