विषय केंद्रित पाठ्यक्रम की विशेषताएँ Features of Subject Centric Curriculum
हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत-बहुत स्वागत है हमारे इस लेख विषय केंद्रित पाठ्यक्रम की विशेषताओं (Features of Subject Centric Curriculum) में।
दोस्तों यह लेख है b.ed के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यहाँ से अक्सर परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते हैं तो आइये शुरू करते हैं आज का यह लेख विषय केंद्रित पाठ्यक्रम:-
इसे भी पढ़े :- कोर पाठयक्रम क्या है इसकी विशेषताएँ
विषय केंद्रित पाठ्यक्रम क्या है What is Subject Centric Curriculum
विषय केंद्रित पाठ्यक्रम का अर्थ होता है, एक ऐसा पाठ्यक्रम जिसमें ज्ञान को अलग-अलग व्यवस्था के द्वारा दिया जाता है अर्थात ऐसा पाठ्यक्रम विषय केंद्रित पाठ्यक्रम होता है, जिसमें एक विषय की एक किताब होती है अर्थात अलग-अलग विषयों के लिए अलग-अलग किताबें बनाई गई हैं,
बालकों को अगर विभिन्न विषयों का ज्ञान प्राप्त करना है तो उनको अलग-अलग विषयों की किताबों को पुस्तकों को पढ़ना होता है, इसलिए विषय केंद्रित पाठ्यक्रम में सबसे अधिक बल पुस्तकों को पर दिया जाता है और भारत में भी आज के समय में विषय केंद्रित पाठ्यक्रम सबसे अधिक प्रचलित है।
विषय केंद्रित पाठ्यक्रम का अर्थ Meaning of Subject Centric Curriculum
विषय केंद्रित पाठ्यक्रम का अर्थ होता है, कि एक ऐसा पाठ्यक्रम जिसकी पूरी रूपरेखा छात्रों को ध्यान में ना रखते हुए विषयों को ध्यान में रखकर तैयार की जाती है अर्थात प्रत्येक विषय के लिए अलग-अलग रूपरेखा अलग-अलग सिलेबस तथा अलग-अलग पुस्तकों का निर्माण विषय केंद्रित पाठयक्रम के अंतर्गत होता है।
विषय केंद्रित पाठ्यक्रम की परिभाषा Definition of Subject Centric Curriculum
- विषय केंद्रित पाठ्यक्रम जिसमें प्रत्येक विषय का ज्ञान प्राप्त करने के लिए प्रत्येक विषय की अलग-अलग पुस्तकों का अध्ययन करना होता है।
- ऐसा पाठ्यक्रम जिसमें पृथक विषय के ज्ञान के लिए अलग-अलग पाठक पुस्तकों पर ध्यान दिया जाता है।
- पाठ्यक्रम जिसका मुख्य लक्ष्य पाठय पुस्तक होती हैं तथा बालकों को ज्ञान की प्राप्त कराने के लिए पृथक पृथक ज्ञान की व्यवस्था की जाती है।
विषय केंद्रित पाठ्यक्रम की विशेषताएँ Features of Subject Centric Curriculum
विषय केंद्रित पाठ्यक्रम की प्रमुख विशेषताएँ निम्न प्रकार से हैं :-
- विषय केंद्रित पाठ्यक्रम में एक से अधिक विषयों के लिए अलग-अलग पाठय पुस्तकों को प्रस्तुत किया गया है जिनको एकीकृत रूप दिया जाता है।
- विषय केंद्रित पाठ्यक्रम के द्वारा शिक्षा के उद्देश्यों की पूर्ति में अलग-अलग विषयों की पुस्तकों का अधिक महत्व होता है।
- विषय केंद्रित पाठ्यक्रम में पाठय सामग्री की क्रमिक रूप से व्याख्या की जाती है, जिसके द्वारा छात्रों को एक निश्चित ज्ञान प्राप्त होता है।
- यह पाठ्यक्रम इस तरीके से व्यवस्थित किया जाता है, कि इसमें जो पाठय वस्तु होती है, वह पूरी तरीके से निश्चित होती है।
- विषय केंद्रित पाठ्यक्रम के लिए प्रत्येक विषय का ज्ञान तथा ज्ञान क्रम पृथक होता है अतः बालक उसको सरलता पूर्वक ग्रहण करने के लिए सक्षम होता है।
- विषय केंद्रित पाठ्यक्रम में प्रत्येक विषय का एक निश्चित कोर्स सिलेबस होता है इसकी परीक्षा लेकर यह तय किया जाता है, कि बालक ने कितना सीखा? और क्या सीखा?
- इस प्रकार के पाठ्यक्रम में एक विषय का दूसरे विषय से सहसंबंध सरलता से स्थापित किया जाता है, जिससे ज्ञान स्थाई प्राप्त होता है।
- यह पाठ्यक्रम पूर्ण निश्चित दार्शनिक और समाजशास्त्रीय विचारधाराओं पर आधारित होता है इसलिए इसको आज के समय में अधिक मान्यता प्राप्त है।
विषय केंद्रित पाठ्यक्रम की सीमाएँ Limitation Subject Centric Curriculum
विषय केंद्रित पाठ्यक्रम का सबसे बड़ा दोष होता है, कि यह पाठ्यक्रम विषय पर आधारित होता है अर्थात इसमें पृथक-पृथक ज्ञान के लिए प्रथक-प्रथक विषयों के लिए प्रथक-प्रथक पुस्तकों की व्यवस्था होती है और इसका निर्माण इस प्रकार से किया जाता है, कि इसमें एक निश्चित विषय के ज्ञान के लिए पृथक पुस्तकों की आवश्यकता होती है अर्थात यहाँ पर यह पाठ्यक्रम पूरी तरीके से पुस्तक केंद्रित विषय केंद्रित होता है,
जबकि बालक की रुचि बालक की आवश्यकता बालक की क्षमता आदि को ध्यान में रखकर इसका निर्माण नहीं होता है, जिससे बहुत से बालक तथा बालिकाएँ, जिनकी उन विषयों में रुचि नहीं होती है, क्षमता नहीं होती है, वह शिक्षा से वंचित रह जाते हैं तथा उस पाठ्यक्रम को पूरा नहीं कर पाते हैं। विषय केंद्रित पाठ्यक्रम में अलग-अलग विषयों के लिए अलग-अलग पुस्तक होती हैं, जिससे बच्चों पर पुस्तकों का भार बढ़ता है।
दोस्तों यहाँ पर आपने विषय केंद्रित पाठ्यक्रम की विशेषताएँ (Features of Subject Centric Curriculum) के साथ ही विषय केंद्रित पाठ्यक्रम की परिभाषा, विषय केंद्रित पाठ्यक्रम का अर्थ तथा विषय केंद्रित पाठयक्रम की सीमाएँ पड़ी, आशा करता हुँ, आपको यह लेख अच्छा लगा होगा।
इसे भी पढ़े :-
एक टिप्पणी भेजें