विकलांगता के मॉडल को समझाइए Models of disability

विकलांगता के मॉडल को समझाइए Models of disability

हैलो नमस्कार दोस्तों आपका बहुत - बहुत स्वागत है इस लेख विकलांगता के मॉडल को समझाइए (Models of disability) में। दोस्तों यहाँ पर आप विकलांगता के मॉडल का अर्थ क्या है? 

विकलांगता के दो मॉडल कोनसे है? विकलांगता का सबसे पुराना मॉडल कोनसा है? विकलांगता का सामाजिक मॉडल क्या कहता है? आदि महत्वपूर्ण तथ्यों को जान पायेंगे। तो आइये शुरू करते है यह लेख विकलांगता के मॉडल को समझाइए:- 

इसे भी पढ़े :- निगमन विधि के गुण दोष तथा जनक

विकलांगता के मॉडल को समझाइए


विकलांगता के मॉडल का अर्थ क्या है Meaning of Models of disability

विकलांगता के मॉडल से अभिप्राय होता है, कि विकलांगता को विभिन्न प्रकार के दशाओं के अनुरूप व्यवस्थित करना, ताकि उनको ठीक प्रकार से समझा जा सके और जरूरत हो तो उनका उपचार आदि देकर उनको विकलांगता से मुक्त किया जा सके 

और जरूरत नहीं हो तो विकलांग व्यक्तियों को किस प्रकार से उनके अधिकारों के बारे में बताना है किस प्रकार से उनको स्वतंत्र जीने के लिए प्रेरित करना है आदि बता सके और इन सबके बारे में विकलांगता के मॉडल बताते हैं, जिन्हें निम्न प्रकार से समझाया गया है:-

चैरिटी मॉडल Charity Model

विकलांगता की वह दशा, जिसमें व्यक्ति किसी भी प्रकार से नहीं चल सकता है ना ही वह किसी भी प्रकार से देख सकता है और ना ही किसी भी प्रकार से बोल सकता है और किसी भी प्रकार का कोई काम भी नहीं कर सकता यह सब चैरिटी मॉडल के अंतर्गत आता है। 

इस स्थिति में विकलांग व्यक्ति किसी भी दशा में स्वतंत्र जीवन जीने के लिए सक्षम नहीं होते हैं, ऐसे व्यक्तियों की स्थिति बड़ी ही दुखमय और पीड़ित होती है और इन व्यक्तियों को विशेष स्कूल विशेष सेवाओं विशेष संस्थानों की जरूरत होती है क्योंकि यह अन्य लोगों की तरह अलग होते हैं, विकलांग व्यक्ति को सहानुभूति दया कल्याण और मदद की आवश्यकता होती है, यह सब चैरिटी मॉडल के अंतर्गत आता हैं।

चिकित्सा मॉडल Medical Model

विकलांग व्यक्तियों की वह दशा जिसमें वह आंशिक रूप से विकलांग होते हैं और ऐसी संभावना होती है, कि उनका ठीक प्रकार से उपचार किया जाए तो वह भविष्य में बिल्कुल ठीक हो सकते हैं, इसीलिए चिकित्सा मॉडल विकलांग व्यक्तियों की सारी समस्याओं को ठीक करने की जरूरत समझता है और विकलांग व्यक्तियों को सकारात्मक रूप से अभिप्रेरित करता है, 

ताकि वह आगे ठीक हो सके चिकित्सा मॉडल के अनुसार विकलांग व्यक्तियों को विशेष परिवहन व्यवस्था सामाजिक सेवाओं की व्यवस्था कल्याण और विशेष सेवाओं की व्यवस्था कराई जाती है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए कई प्रकार के संस्थान भी आज मौजूद हैं उदाहरण के लिए अस्पताल, विशेष स्कूल, सामाजिक कार्यकर्ता और विशेष शिक्षक।

सामाजिक मॉडल Social Model 

सामाजिक मॉडल वह होता है, जो समाज में विकलांगता से संबंधित परिणाम आयोजित करने का कार्य करता है। समाज में विकलांगता को लेकर कई भेदभाव तथा बाधाएँ उत्पन्न होती रहती हैं, जो निम्न प्रकार से हैं:-  

  1. व्यवहार:- भय अज्ञान कम उम्मीदें धर्म और संस्कृति से प्रभावित होना।
  2. वातावरण:- यह परिणाम जीवन को शारीरिक रूप से प्रभावित करते हैं, जैसे कि बाजार सार्वजनिक भवन परिवहन पूजा स्थल आदि।
  3. संस्थागत:- कानूनी भेदभाव का अर्थ है, विकलांग व्यक्तियों को कुछ अधिकारों से बाहर रख देना जैसे ही शादी न करने की अनुमति और स्कूल में प्रवेश न करने देना।

अधिकार आधारित मॉडल Rights Based Model

यह मॉडल सामाजिक मॉडल से संबंधित माना जाता है, क्योंकि यह मानव अधिकारों पर दृष्टि डालने का कार्य करता है, कियोकि समान अधिकार और समान अवसर पर केंद्रित होता है। विकलांग व्यक्तियों के लिए भी शिक्षा रोजगार कानून हर जगह समानता का प्रावधान होना चाहिए, ताकि विकलांग व्यक्ति 

भी अपने आप को स्वतंत्र महसूस कर सकें और अपने अनुसार जीवन जी सके, इसलिए अधिकार आधारित मॉडल विकलांग व्यक्तियों के अधिकार और उनके जो वास्तविक जीवन के अधिकार होते हैं उनको बताता है तथा उन्हें जीवन जीना सिखाता है।

दोस्तों यहाँ पर आपने विकलांगता के मॉडल को समझाइए (Models of disability) के साथ विकलांगता के मॉडल का अर्थ क्या है? विकलांगता के दो मॉडल कोनसे है? विकलांगता का सबसे पुराना मॉडल कोनसा है? विकलांगता का सामाजिक मॉडल क्या कहता है? समझाये है आशा करता हुँ, आपको यह लेख अच्छा लगा होगा।

इसे भी पढ़े :- 

0/Post a Comment/Comments